मंगळवार, २ फेब्रुवारी, २०१०

उसके होठो में वो नशा हैं
के हर जाम फिका लगता हैं..
एकबार बस उनको छुने का
हर अंजाम फिका लगता हैं..

नजरें तो यु कातील हैं उसकी...
के कत्ल-ए-आम फिका लगता हैं..
बस एक बार मिल जाए जो नजर
मार जाना भी फिका लगता हैं..

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